लेते गर सुधि, ऐ, सखी, सौंप देता, ये ख्वाब सारे, सुध जो हारे, बाँध देता, उन्हें आँचल लेते गर सुधि, ऐ, सखी, सौंप देता, ये ख्वाब सारे, सुध जो हारे, बाँध दे...
दर्द ज़िंदगी के कुछ इस कदर बढ़ गए कभी गीत तो कभी गजल बन गए जब से निकाल फेंका आप ने दि दर्द ज़िंदगी के कुछ इस कदर बढ़ गए कभी गीत तो कभी गजल बन गए जब से निकाल फें...
एक वायरस ने आकर , बना दी कितनी दूरी , दो प्रेमियों के बीच। एक वायरस ने आकर , बना दी कितनी दूरी , दो प्रेमियों के बीच।
साथ चले जब मौसम राही कभी बदल गए मौसम यही फिर याद रहे बसन्त हमारे ।। साथ चले जब मौसम राही कभी बदल गए मौसम यही फिर याद रहे बसन्त हमारे ।।
तुम जब सिमट के मेरी बाहो में आ गए , लाखो अरमां पल में पूरे हो गए । देखा था हमने ख तुम जब सिमट के मेरी बाहो में आ गए , लाखो अरमां पल में पूरे हो गए । द...
सावन नैनों से बहते हैं , मुझे रैन बिरह के लगते हैं, सावन नैनों से बहते हैं , मुझे र सावन नैनों से बहते हैं , मुझे रैन बिरह के लगते हैं, सावन नैनों से बहते हैं...